हमारे WhatsApp Group में जुड़ें👉 Join Now

हमारे Telegram Group में जुड़ें👉 Join Now

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा निमंत्रण पत्र की पहली झलक:निमंत्रण पत्र के बॉक्स में हैं 5 चीजें, इनमें पूजित अक्षत और बाल राम की तस्वीर भी

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा निमंत्रण पत्र की पहली झलक:निमंत्रण पत्र के बॉक्स में हैं 5 चीजें, इनमें पूजित अक्षत और बाल राम की तस्वीर भी

अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट देशभर से विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित कर रहा है। इसके लिए विशेष प्रकार का निमंत्रण पत्र तैयार किया गया। ये निमंत्रण पत्र देश के 6000 से ज्यादा विशिष्ट अतिथियों को भेजा गया है। इनमें 4000 संत और 2200 अन्य मेहमान हैं। साथ ही छह दर्शनों (प्राचीन विद्यालयों) के शंकराचार्य और लगभग 150 साधु-संत भी प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेंगे।

दैनिक भास्कर आपको उस ओरिजिनल निमंत्रण पत्र की पहली झलक दिखा रहा है। कार्ड के कवर पर प्रभु राम के बाल स्वरूप की तस्वीर है और अंत में श्रीराम मंदिर की यात्रा का सारांश दिया गया है।

निमंत्रण पत्र को बेहद पेशेवर तरीके से डिजाइन किया गया है। इसमें धार्मिक अनुष्ठानों का ब्योरा तो है ही, हर अतिथि का QR कोड भी तय है। आने के समय, गाड़ी के लिए तय पार्किंग की जगह और प्राण प्रतिष्ठा की अवधि शामिल है।

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र।
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र।

इसके कवर पर लिखा है- अनादिक निमंत्रण, श्रीराम धाम अयोध्या। इस निमंत्रण पत्र के बॉक्स में 5 चीजें भेंटस्वरूप रखी गई हैं।

पहली भेंट: अयोध्या में निर्माणाधीन श्री जन्मभूमि मंदिर की तस्वीर वाला कार्ड, जिस पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का लोगो छपा है।

दूसरी भेंट: एक छोटे से लिफाफा में रखा पीला अक्षत।

तीसरी भेंट: कार्यक्रम वाले दिन के लिए वाहन पास, जिस पर वाहन नंबर लिखने की जगह है। साथ ही गूगल मैप का QR कोड भी है जिससे अतिथि आसानी से पार्किंग एरिया तक पहुंच सकते हैं।

चौथी भेंट: संकल्प संपोषण पुस्तिका। इसमें साल 1528 से लेकर 1984 तक राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े 20 लोगों का संक्षिप्त विवरण है। इनमें सबसे पहले देवरहा बाबा और सबसे अंत में अशोक सिंघल का जिक्र है।

पांचवी भेंट– कार्यक्रम की जानकारी देने वाला एक कार्ड है। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के नाम हैं।

22 जनवरी 2024 को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां आखिरी चरण में हैं।
22 जनवरी 2024 को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां आखिरी चरण में हैं।

कार्यक्रम का विवरण
निमंत्रण पत्र में कार्यक्रम का समय के साथ विवरण है। अतिथियों के आने का समय सुबह 11:30 बजे रखा गया है। 11:30 से 12:30 बजे तक गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा होगी। 12:30 बजे से अतिथियों का भाषण होगा। फिर मंदिर में दर्शन प्रारंभ हो जाएंगे। इस कार्ड में मेहमानों के लिए कुछ निर्देश और निवेदकों के नामों का भी जिक्र है।

भास्कर एक्सक्लूसिव- रामलला की तीनों मूर्तियां मंदिर में लगेंगी, इनमें से गर्भगृह में लगने वाली मूर्ति पर फैसला काशी के आचार्य करेंगे

अयोध्या के राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की कौन-सी मूर्ति विराजमान होगी, अभी तक यह फैसला नहीं हो सका है। मंदिर के ट्रस्टी का कहना है कि मूर्तिकारों के बीच किसी भी तरह का कॉम्पिटिशन ना करवाकर तीनों ही मूर्तियों को भव्य राम मंदिर में लगाया जाएगा। हालांकि गर्भगृह में कौन-सी मूर्ति लगेगी, इसका अंतिम निर्णय काशी के आचार्य गणेश्वर शास्त्री लेंगे। 

प्राण प्रतिष्ठा के दिन उपवास रखेंगे PM मोदी, सरयू नदी में स्नान भी कर सकते हैं

काशी विश्वनाथ जीर्णोद्धार के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा में स्नान किया था।
काशी विश्वनाथ जीर्णोद्धार के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा में स्नान किया था।

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मुख्य यजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपवास (व्रत) रखेंगे। वह सरयू नदी में स्नान भी कर सकते हैं। मुख्य यजमान के लिए व्रत रखना जरूरी है। अयोध्या में भाजपा के जिला प्रवक्ता रजनीश सिंह ने पीएम के व्रत रखने की बात कही है। 

शंकराचार्य बोले- मोदी की कूटनीति को समझना कठिन:अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा पर कहा-मोदी लोकार्पण करेंगे, मैं ताली बजाकर जय-जय करूंगा?

अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को लेकर जगन्नाथपुरी मठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी लोकार्पण करेंगे, मूर्ति को स्पर्श करेंगे। मैं वहां ताली बजाकर जय-जय करूंगा। मुझे अपने पद की गरिमा का ध्यान है। इसलिए मेरा जाना उचित नहीं है। राजनेता अपने दांव खेलते रहते हैं। 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!